Wednesday 17 December 2014

Terrorist ke khilaf pakistani bachho ke nam


पाकिस्तानी बच्चो के नाम 

जा मेरे वक़्त के शहीदो जा
तूझे वक़्त से पहले
वक़्त के दरिंदो ने डस लिया
जा मेरे पाक बच्चे
जा मगर कहना खुदा  से
सब कुछ जो तुम ने देखा है
कहना अपनी  वहशत को
कहना की वो कहते हैं
तुम्हारे नाम पे लड़ते हैं हम
मगर बेगुनाहो का खून करते हैं
मिलेंगे तुम से वो
तो कहना अपनी हिंदुस्तानी बहन  की दास्ताँ भी
वो भी तो इसी दिन शहीद हुई थी
और कहना हिन्द पाक की दास्तान भी
कि हमेशा लड़ते रहते हैं
और अभी भाईचारगी आ गयी है
कि ऐसा ही  रखे दोनों को 

No comments:

Post a Comment

Toward an Additional Social Order

This refers to the article, ‘of lions and dogs’ (IE, September 19). The author argued to inform misunderstood stand of Swami Vivekanand...