Sunday 3 August 2014

Bal Kavita : wrote for construction worker children who are taught by ABC Campaign

                              बाल कविता 





                                       मेरा हाथ है कितना प्यारा 
छोटा छोटा न्यारा न्यारा
हम इससे हैं खाना खाते 
पानी पीते इसी हाथ से 
नाख़ून कभी ना बढ़ने देते 
साफ सफाई का ध्यान रखते 
माँगना हम ने छोड़ दिया है 
है पढ़ना लिखना इसी हाथ से 


चिड़िया मेरी दोस्त है
चंदा मेरा मामा है 
चींटी मेरी नानी है 
पेड़ मेरा छाया है 
नहीं मारना चींटी को 
चंदा ने बताया है 
नहीं मारना चिड़िया को 
पेड़ ने सिखाया है 



ईंट पत्थर बालू कंकड़ 
नहीं छुएँगे हम कभी 
माता-पिता जो करते काम 
नहीं करेंगे हम कभी 
मज़दूरी कोई करवाएगा 
नहीं करेंगे हम कभी 
बालू  कोई ढुलवाएगा
नहीं ढोएंगे हम कभी
बिना पढ़े बिना लिखे 
नहीं सोएंगे हम कभी 
शौक से स्कूल जाना 
नहीं छोड़ेंगे हम  कभी 
स्कूल जाना मेरा हक़ 
कामो  हम नहीं जाएंगे  
पढ़ना लिखना मेरा काम 
अनपढ़ बन कर नहीं  रहेंगे



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